व्यक्ति को स्वयं अपने मन के द्वारा ऊपर उठना चाहिए और स्वयं को गिरने नहीं देना चाहिए। क्योंकि मन ही मनुष्य का मित्र होता है और मन ही उसका शत्रु बन जाता है। यदि मन पर नियंत्रण पा लिया जाए तो यह सबसे बड़ा मित्र बन जाता है, लेकिन यदि मन पर नियंत्रण न रखा जाए तो यह शत्रु की तरह कष्ट देता है। इसलिए, ध्यान, आत्मसंयम और सत्संग के माध्यम से मन को साधना आवश्यक है।
राधे राधे❣